यहोवा को अपने लोगों से एक शिकायत है। पर्वतों, तुम यहोवा की शिकायत को सुनो। धरती की नीवों, यहोवा की शिकायत को सुनो। वह प्रमाणित करेगा कि इस्राएल दोषी हैं!”
यहोवा कहता है, “आओ, हम इन बातों पर विचार करें। तुम्हारे पाप यद्यपि रक्त रंजित हैं, किन्तु उन्हें धोया जा सकता है। जिससे तुम बर्फ के समान उज्जवल हो जाओगे। तुम्हारे पाप लाल सुर्ख हैं। किन्तु वे सन के समान श्वेत हो सकते हो।
मेरे विरोध में तुम्हारें जो आक्षेप हैं, उन्हें लाओ, आओ, हम दोनों न्यायालय को चलें। तुमने जो कुछ किया है, वह तुम्हें बताना चाहिये और दिखाना चाहिये कि तुम उचित हो।
वह चिल्लाहट पृथ्वी के सभी लोगों तक जाती है। यह चिल्लाहट किस बात के लिये है यहोवा सभी राष्ट्रों के लोगों को दण्ड दे रहा है। यहोवा ने अपने तर्कपूर्ण निर्णय लोगों के विरुद्ध दिये। उसने लोगों के साथ न्याय किया और वह बुरे लोगों को तलवार के घाट उतार रहा है।’” यह सन्देश यहोवा का है।
यहोवा कहता है: “मैं इस्राएल के वंशजों का कभी नहीं त्याग करुँगा। यह तभी संभव है यदि लोग ऊपर आसमान को नापने लगें और नीचे धरती के सारे रहस्यों को जान जायें। यदि लोग वह सब कर सकेंगे तभी मैं इस्राएल के वंशजों को त्याग दूँगा। तब मैं उनको, जो कुछ उन्होंने किया, उसके लिये त्यागूँगा।” यह सन्देश यहोवा का है।
यहोवा कहता है, “इस्राएल के विरोध में मेरा एक अभियोग है। याकूब ने जो कर्म किये हैं, उसे उनके लिये दण्ड दिया जाना चाहिये। अपने किये कुकर्मो के लिये, उसे निश्चय ही दण्ड दिया जाना चाहिये।
अभी याकूब अपनी माता के गर्भ में ही था कि उसने अपने भाई के साथ चालबाजियाँ शुरू कर दीं। याकूब एक शक्तिशाली युवक था और उस समय उसने परमेश्वर से युद्ध किया।
हे इस्राएल के लोगों, यहोवा के सन्देश को सुनो! यहोवा इस देश में रहने वाले लोगों के विरूद्ध अपने तर्क बतायेगा। वास्तव में इस देश के लोग परमेश्वर को नहीं जानते। ये लोग परमेश्वर के प्रति सच्चे और निष्ठावान नहीं हैं।
यदी तुम उस बुराई को करोगे तो मैं धरती और आकाश को तुम्हारे विरुद्ध साक्षी के लिए बुलाता हूँ कि यह होगा। तुम शीघ्र ही नष्ट हो जाओगे। तुम यरदन नदी को उस देश को लेने के लिए पार कर रहे हो, किन्तु तुम वहाँ बहुत समय तक नहीं रहोगे। नहीं, तुम पूरी तरह नष्ट हो जाओगे!