यह आदेश “देकर भेजा कि अपने ठीक सामने के गाँव में जाओ और वहाँ जाते ही तुम्हें एक गधी बँधी मिलेगी। उसके साथ उसका बच्चा भी होगा। उन्हें बाँध कर मेरे पास ले आओ।
वह अपने गधे को अँगूर की बेल से बाँधता है। वह अपने गधे के बच्चों को सबसे अच्छी अँगूर की बेलों में बाँधता है। वह अपने वस्त्रों को धोने के लिए सबसे अच्छी दाखमधु का उपयोग करता है।
उसने कहा, “गाँव में उस व्यक्ति के पास जाओ और उससे कहो, कि गुरु ने कहा है, ‘मेरी निश्चित घड़ी निकट है, मैं तेरे घर अपने शिष्यों के साथ फ़सह पर्व मनाने वाला हूँ।’”