मूल्यवान यहूदा, तू निर्भय रह! हे मेरे प्रिय इस्राएल के लोगों। भयभीत मत रहो।” सचमुच मैं तुझको सहायता दूँगा। स्वयं यहोवा ही ने यें बातें कहीं थी। इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) ने जो तुम्हारी रक्षा करता है, कहा था:
कौन ये सब घटित करता है किसने यह किया किसने आदि से सब लोगों को बुलाया मैं यहोवा ने इन सब बातों को किया! मैं यहोवा ही सबसे पहला हूँ। आदि के भी पहले से मेरा अस्तित्व रहा है, और जब सब कुछ चला जायेगा तो भी मैं यहाँ रहूँगा।
यहोवा कहता है, “मैं वही हूँ जो तुमको चैन दिया करता है। इसलिए तुमको दूसरे लोगों से क्यों डरना चाहिए वे तो बस मनुष्य है जो जिया करते हैं और मर जाते हैं। वे बस मानवमात्र हैं। वे वैसे मर जाते हैं जैसे घास मर जाती है।”
लोग लकवे के एक रोगी को खाट पर लिटा कर उसके पास लाये। यीशु ने जब उनके विश्वास को देखा तो उसने लकवे के रोगी से कहा, “हिम्मत रख हे बालक, तेरे पाप को क्षमा किया गया!”
जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, (जो शमौन के साथी थे) बहुत आश्चर्य-चकित हुए। सो यीशु ने शमौन से कहा, “डर मत, क्योंकि अब से आगे तू मनुष्यों को बटोरा करेगा!”
अगली रात प्रभु ने पौलुस के निकट खड़े होकर उससे कहा, “हिम्मत रख, क्योंकि तूने जैसे दृढ़ता के साथ यरूशलेम में मेरी साक्षी दी है, वैसे ही रोम में भी तुझे मेरी साक्षी देनी है।”