इतना होने पर भी इस्राएल के लोगों ने परम परमेश्वर को परखा और उसको बहुत दु:खी किया। वे लोग परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते थे।
अत: लोग अपनी संतानों को परमेश्वर के आदेशों को सिखायेंगे, तो फिर वे संतानें उनके पूर्वजों जैसे नहीं होंगे। उनके पूर्वजों ने परमेश्वर से अपना मुख मोड़ा और उसका अनुसरण करने से इन्कार किया, वे लोग हठी थे। वे परमेश्वर की आत्मा के भक्त नहीं थे।