राजा दाऊद खड़ा हुआ और कहा, “मेरे भाईयो और मेरे लोगो, मेरी बात सुनो। मैं अपने हृदय से यहोवा के साक्षीपत्र के सन्दुक को रखने के लिये एक स्थान बनाना चाहता हूँ। मैं एक ऐसा स्थान बनाना चाहता हूँ जो परमेश्वर का पद पीठ बन सके और मैंने परमेश्वर के लिये एक मन्दिर बनाने की योजना बनाई।
ऐसे उन लोगों को जो तुम्हें कष्ट देते हैं मैं ऐसा कर दूँगा कि वे आपस में एक दूसरे के शरीरों को खायें। उनका खून दाखमधु बन जायेगा जिससे वे धुत्त होंगे। तब हर कोई जानेगा कि मैं वही यहोवा हूँ जो तुमको बचाता है। सारे लोग जान जायेंगे कि तुमको बचाने वाला याकूब का समर्थ है।”
तेरी जरूरत की वस्तुएँ तुझको जातियाँ प्रदान करेंगी। यह इतना ही सहज होगा जैसे दूध मुँह बच्चे को माँ का दूध मिलता है। वैसे ही तू शासकों की सम्पत्तियाँ पियेगी। तब तुझको पता चलेगा कि यह मैं यहोवा हूँ जो तेरी रक्षा करता है। तुझको पता चल जायेगा कि वह याकूब का महामहिम तुझको बचाता है।