दाऊद ने गाद से कहा, “मैं विपत्ति में हूँ! मैं नहीं चाहता कि कोई व्यक्ति मेरे दण्ड का निश्चय करे। यहोवा बहुत दयालू है, अतः यहोवा को ही निर्णय करने दो कि मुझे कैसे दण्ड दे।”
हे पापियों! अपने पापपूर्ण जीवन को त्यागो। तुमको चाहिये कि तुम बुरी बातें सोचना त्याग दो। तुमको चाहिये कि तुम यहोवा के पास लौट आओ। जब तुम ऐसा करोगे तो यहोवा तुम्हें सुख देगा। उन सभी को चाहिये कि वे यहोवा की शरण में आयें क्योंकि परमेश्वर हमें क्षमा करता है।
यह मैं याद रखूँगा कि यहोवा दयालु है और मैं यहोवा की स्तुति करना याद रखूँगा। यहोवा ने इस्राएल के घराने को बहुत सी वस्तुएँ प्रदान की। यहोवा हमारे प्रति बहुत ही कृपालु रहा। यहोवा ने हमारे प्रति दया दिखाई।