लहरे इतनी ऊपर उठीं जितना आकाश हो तूफान इतना भयानक था कि लोग भयभीत हो गये।
तब वे लोग भी जो सिंह की तरह वीर हैं, भयभीत हो जाएँगे। क्यों? क्योंकि सभी इस्राएली जानते हैं कि तुम्हारा पिता शक्तिशाली योद्धा है और उसके आदमी वीर हैं।
मैं दु:खी और थका हूँ। मुझको आदेश दे और अपने वचन के अनुसार मुझको तू फिर सुदृढ़ बना दे।
मेरी शक्ति धरती पर बिखरे जल सी लुप्त हो गई। मेरी हड्डियाँ अलग हो गई हैं। मेरा साहस खत्म हो चुका है।
लोग अपना साहस छोड़ बैठेंगे और भय लोगों को दुर्बल बना देगा।
अब नीनवे खाली है, सब कुछ लुट गया है। नगर बर्बाद हो गया है! लोगों ने निज साहस खो दिया है। उनके मन डर से पिघल रहे हैं, उनके घुटने आपस में टकराते हैं। उनके तन काँप रहे हैं, उनके मुख डर से पीले पड़ गये हैं।