यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है! वही धरती के चक्र के ऊपर बैठता है! उसकी तुलना में लोग टिड्डी से लगते हैं। उसने आकाशों को किसी कपड़े के टुकड़े की भाँति खोल दिया। उसने आकाश को उसके नीचे बैठने को एक तम्बू की भाँति तान दिया।
सो देख, मैंने धरती बनायी और वे सभी लोग जो इस पर रहते हैं, मेरे बनाये हुए हैं। मैंने स्वयं अपने हाथों से आकाशों की रचना की, और मैं आकाश के सितारों को आदेश देता हूँ।
“मेरे देखते ही देखते, उनकी जगह पर सिंहासन रखे गये और वह सनातन राजा सिंहासन पर विराज गया। उसके वस्त्र अति धवल थे, वे वस्त्र बर्फ से श्वेत थे। उनके सिर के बाल श्वेत थे, वे ऊन से भी श्वेत थे। उसका सिंहासन अग्नि का बना था और उसके पहिए लपटों से बने थे।