अम्बर के एक छोर से सूर्य चल पड़ता है और उस पार पहुँचने को, वह सारी राह दौड़ता ही रहता है। ऐसी कोई वस्तु नहीं जो अपने को उसकी गर्मी से छुपा ले। यहोवा के उपदेश भी ऐसे ही होते है।
हे यहोवा, जब मेरी दृष्टि गगन पर पड़ती है, जिसको तूने अपने हाथों से रचा है और जब मैं चाँद तारों को देखता हूँ जो तेरी रचना है, तो मैं अचरज से भर उठता हूँ।
यहोवा यह कहता है: “यहोवा सूर्य को दिन में चमकाता है और यहोबा चाँद और तारों को रात में चमकाता है। यहोवा सागर को चंचल करता है जिससे उसकी लहरे तट से टकराती हैं। उसका नाम सर्वशक्तिमान यहोवा है।”
जब तुम आकाश की ओर दृष्टि डालो और सूरज, चाँद, तारे और बहुत कुछ तुम जो कभी आकाश में देखो, उससे सावधान रहो कि तुम में उनकी पूजा या सेवा के लिए प्रलोभन न उत्पन्न हो। यहोवा तुम्हारे परमेशवर ने इन सभी चीजों को संसार के दूसरे लोगों को दिया है।