मैं इस्राएल के घराने को तितर—बितर करके अन्य राष्ट्रों में बिखेर देने का आदेश देता हूँ। यह उसी प्रकार होगा जैसे कोई व्यक्ति अनाज को छनने से छन देता हो। अच्छा आटा उससे निकल जाता है, किन्तु बुरे अंश फँस जाते हैं। याकूब के परिवार के साथ ऐसा ही होगा।
किन्तु मैं तुमसे अब भी आग्रह करता हूँ कि अपनी हिम्मत बाँधे रखो। क्योंकि तुममें से किसी को भी अपने प्राण नहीं खोने हैं। हाँ! बस यह जहाज़ नष्ट हो जायेगा,