ये लोग पहले चले गये थे और त्रोआस में हमारी परीक्षा कर रहे थे।
सो वे मूसिया होते हुए त्रोआस पहुँचे।
जब मसीह के सुसमाचार का प्रचार करने के लिये मैं त्रोवास आया तो वहाँ मेरे लिये प्रभु का द्वार खुला हुआ था।
जब तू आये, तो उस कोट को, जिसे मैं त्रोआस में करपुस के घर छोड़ आया था, ले आना। मेरी पुस्तकों, विशेष कर चर्म-पत्रों को भी ले आना।