अत: इस्राएल के लोगों ने यहोशू को दफनाया। यहोशू को भूमि के उस क्षेत्र में दफनाया गया जो उसे दिया गया था। वह भूमि तिम्नथेरेस में थी जो हेरेस के पहाड़ी क्षेत्र में गाश पर्वत के उत्तर में था।
इस प्रकार प्रमुखों ने प्रदेश का बँटवारा करना और विभिन्न परिवार समूहों को उन्हें देना पूरा किया। जब उन्होंने वह पूरा कर लिया तब इस्राएल के सब लोगों ने नून के पुत्र यहोशू को भी कुछ प्रदेश देने का निश्चय किया। ये वही प्रदेश थे जिन्हें उसको देने का वचन दिया गया था।
यहोवा ने आदेश दिया कि उसे यह प्रदेश मिले। इसलिए उन्होंने एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में यहोशू को विम्नत्सेरह नगर दिया। यही वह नगर था, जिसके लिये यहोशू ने कहा था कि मैं उसे चाहता हूँ। इसलिए यहोशू ने उस नगर को अधिक दृढ़ बनाया और वह उसमें रहने लगा।
यहोशू मर गया। तब इस्राएल के लोगों ने यहोवा से प्रार्थना की। उन्होंने कहा, “हमारे परिवार समूह में से कौन प्रथम जाने वाला तथा कनानी लोगों से हम लोगों के लिये युद्ध करने वाला होगा?”