धरती की रचना, या उसके खेत अथवा जब धरती के धूल कण रचे गये।
मुझे पर्वतों—पहाड़ियों की स्थापना से पहले ही जन्म दिया गया।
मेरा अस्तित्व उससे भी पहले वहाँ था। जब उसने आकाश का वितान ताना था और उसने सागर के दूसरे छोर पर क्षितिज को रेखांकित किया था।