मिस्र में रहने वाली यहूदा की स्त्रियों में से अनेक अन्य देवताओं को बलि भेंट कर रही थी। उनके पति इसे जानते थे, किन्तु उन्हें रोकते नहीं थे। वहाँ यहूदा के लोगों का एक विशाल समूह एक साथ इकट्ठा होता था। वे यहूदा के लोग थे जो दक्षिणी मिस्र में रह रहे थे। उन सभी व्यक्तियों ने यिर्मयाह से कहा,