किन्तु तुम्हारा एक पुत्र है जो शान्ति प्रिय है। मैं तुम्हारे पुत्र को शान्ति प्रदान करूँगा। उसके चारों ओर के शत्रु उसे परेशान नहीं करेंगे। उसका नाम सुलैमान है और मैं इस्राएल को उस समय सुख शान्ति दूँगा जिस समय सुलैमान राजा रहेगा।
तब सुलैमान राजा के रूप में यहोवा के सिहांसन पर बैठा। सुलैमान ने अपने पिता का स्थान लिया। सुलैमान बहुत सफल रहा। इस्राएल के सभी लोग सुलैमान का आदेश मानते थे।
दाऊद तब मरा जब वह बूढ़ा था। दाऊद ने एक अच्छा लम्बा जीवन बिताया था। दाऊद के पास बहुत सम्पत्ति और प्रतिष्ठा थी और दाऊद का पुत्र सुलैमान उसके बाद राजा बना।
उपदेशक बहुत बुद्धिमान था। वह लोगों को शिक्षा देने में अपनी बुद्धि का प्रयोग किया करता था। उपदेशक ने बड़ी सावधानी के साथ अध्ययन किया और अनेक सूक्तियों को व्यवस्थित किया।
“मैंने ये बातें तुम्हें दृष्टान्त देकर बतायी हैं। वह समय आ रहा है जब मैं तुमसे दृष्टान्त दे-देकर और अधिक समय बात नहीं करूँगा। बल्कि परम पिता के विषय में खोल कर तुम्हें बताऊँगा।