लोगों ने कहा, “हम लोगों को ईंटें बनाना और उन्हें आग में तपाना चाहिए, ताकि वे कठोर हो जाएं।” इसलिए लोगों ने अपने घर बनाने के लिए पत्थरों के स्थान पर ईंटों का प्रयोग किया और लोगों ने गारे के स्थान पर राल का प्रयोग किया।
किन्तु वे संख्या में अब भी उतनी ही ईंटें बनाएं जितनी वे पहले बनाते थे। वे आलसी हो गए है। यही कारण है कि वे जाने की माँग कर रहे हैं। उनके पास करने के लिए काफी काम नहीं है इसलिए वे मुझसे माँग कर रहे हैं कि मैं उन्हें उनके परमेश्वर को बलि चढ़ाने दूँ।