उन्होंने उसे तम्बू का आच्छादन दिखाया जो लाल रंगी हुई भेड़ की खाल का बना था और उन्होंने वह आच्छादन दिखाया जो सुइसों के चमड़े का बना था और उन्होंने वह कनात दिखाई जो प्रवेश द्वार से सब से अधिक पवित्र स्थान को ढकती थी।
सन्दूक के ऊपर परमेश्वर की महिमामय उपस्थिति के प्रतीक यानी करूब बने थे जो क्षमा के स्थान पर छाया कर रहे थे। किन्तु इस समय हम इन बातों की विस्तार के साथ चर्चा नहीं कर सकते।