कारीगरों ने पाँच कनातों को एक में सीया, और तब छ: को एक दूसरे में एक साथ सीया।
सभी ग्यारह कनातें एक ही माप की थीं। वे पन्द्रह गज लम्बी और दो गज चौड़ी थीं।
उन्होंने पहले समूह की अन्तिम कनात के सिरे में पचास लुप्पियाँ बनाई। और दूसरे समूह की अन्तिम कनात के सिरे में पचास।