याजक सादोक ने पवित्र तम्बू से तेल लिया। सादोक ने, यह दिखाने के लिये कि सुलैमान राजा है, उसके सिर पर तेल डाला। उन्होंने तुरही बजाई और सभी लोगों ने उद्घोष किया, “राजा सुलैमान दीर्घायु हों!”
यह वैसा सुगंधित तेल जैसा होता है जिसे हारून के सिर पर उँडेला गया है। यह, हारून की दाढ़ी से नीचे जो बह रहा हो उस तेल सा होता है। यह, उस तेल जैसा है जो हारून के विशेष वस्त्रों पर ढुलक बह रहा।
ये पोशाक अपने भाई हारून और उसके पुत्रों को पहनाओ। उसके बाद जैतून का तेल उनके सिर पर यह दिखाने के लिए डालो कि वे याजक हैं, यह उन्हें पवित्र बनायेगा। तब वे मेरी सेवा याजक के रूप में करेंगे।
तब वेदी पर छिड़के खून में से कुछ खून लो। इसे अभिषेक के तेल में मिलाओ और हारून तथा उसके वस्त्रों पर छिड़को और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़को। यह बताएगा कि हारून और उसके पुत्र मेरी सेवा विशेष रूप से करते हैं। और यह सूचित करेगा कि उनके वस्त्र विशेष अवसर पर ही काम में आते हैं।
साधारण सुगन्ध की तरह कोई भी इस तेल का उपयोग नहीं करेगा। उस प्रकार कोई सुगन्ध न बनाओ जिस प्रकार तुमने यह विशेष तेल बनाया। यह तेल पवित्र है और यह तुम्हारे लिए अति विशेष होना चाहिए।
मसालों को सुगन्धित धूप बनाने के लिए आपस में मिलाओ। इसे उसी प्रकार करो जैसा सुगन्ध बनाने वाला व्यक्ति करता है। इस धूप में नमक भी मिलाओ। यह इसे शुद्ध और पवित्र बनाएगा।
यदि न्यायालय को यह निर्णय देना है कि वह जीवित रहे तो उसे अपने “सुरक्षा नगर” में जाना चाहिए। उसे वहाँ तब तक रहना चाहिए जब तक महायाजक न मरे, यह महायाजक वही होना चाहिए जिसका अभिषेक पवित्र तेल से हुआ हो।
तुझको धार्मिकता ही प्रिय है, तुझको घृणा पापों से रही, सो परमेश्वर, तेरे परमेश्वर ने तुझको चुना है, और उस आदर का आनन्द दिया। तुझको तेरे साथियों से कहीं अधिक दिया।”