मिस्री सेना के पास बहुत से घोड़े, सैनिक और रथ थे। उन्होंने इस्राएल के लोगों का पीछा किया और उस समय जब वे लाल सागर के तट पर पीहाहीरोत में, बालसपोन के पूर्व में डेरा डाले थे, वे उनके समीप आ गए।
यिर्मयाह को यहोवा से एक सन्देश मिला। यह सन्देश मिस्र में रहने वाले यहूदा के सभी लोगों के लिये था। यह सन्देश यहूदा के उन लोगों के लिए था जो मिग्दोल, तहपन्हेस, नोप और दक्षिणी मिस्र में रहते थे। सन्देश यह था:
“मिस्र में इस सन्देश की घोषणा करो, इसका उपदेश मिग्दोल नगर में दो। इसका उपदेश नोप और तहपन्हेस नगर में भी दो। ‘युद्ध के लिये तैयार हो। क्यों क्योंकि तुम्हारे चारों ओर लोग तलवारों से मारे जा रहे हैं।’
अत: मैं (परमेश्वर) तुम्हारे विरुद्ध हूँ। मैं तुम्हारी नील नदी की कई शाखाओं के विरुद्ध हूँ। मैं मिस्र को पूरी तरह नष्ट करूँगा। मिग्दोल से सवेन तक तथा जहाँ तक कूश की सीमा है, वहाँ तक नगर खाली होंगे।