मन्दिर के सभी सेवक और सुलैमान के सेवकों के वंशज थे 392
सबसे पहले लौट कर आने वाले और अपने नगरों और अपमने प्रदेश में रहने वाले लोगों में कुछ इस्राएली, याजक, लेवीवंशी और मन्दिर में सेवा करने वाले सेवक थे।
मन्दिर के सेवक और सुलैमान के सेवकों के कुल वंशज 392
शपत्याह, हत्तील, पोकेरेत—सवायीम और आमोन की संतानें,
यह उन लोगों की एक सूची है जो तेलमेलह, तेलहर्षा, करुब अद्दोन तथा इम्मेर नाम के नगरों से यरूशलेम आये थे। किन्तु ये लोग यह प्रमाणित नहीं कर सके कि उनके परिवार वास्तव में इस्राएल के लोगों से सम्बन्धित थे: