याजकों के द्वारा बनाएँ गए परकोटे से आगे के परकोटे को यरीहो के लोगों ने बनाया और फिर यरीहो के लोगों द्वारा बनाये गये परकोटे के आगे के परकोटे का निर्माण इम्री के पुत्र जक्कूर ने किया।
फिर हस्सना के पुत्रों ने मछली दरवाजे का निर्माण किया। उन्होंने वहाँ यथास्थान कड़ियाँ बैठायीं। उस भवन में उन्होंने दरवाजे लगाये और फिर दरवाजों पर ताले लगाये और मेखें जड़ीं।