गायकों की दूसरी मण्डली बांई ओर दूसरी दिशा में चल पड़ी। वे जब परकोटे के शिखर की ओर जा रहे थे, मैं उनके पीछे हो लिया। आधे लोग भी उनके पीछे हो लिये। भट्ठों के मीनारों को पीछे छोड़ते हुए वे चौड़े परकोटे पर चले गये।
परकोटे की दीवार का दूसरा हिस्सा हरुपम के पुत्र यदायाह ने बनाया। यदायाह ने अपने घर के ठीक बाद की दीवार की मरम्मत की। इसके बाद के हिस्से की मरम्मत का काम हशब्नयाह के पुत्र हत्तूश ने किया।