ये प्रांतों के वे मुखिया हैं जो यरूशलेम में बस गये। (कुछ इस्राएल के निवासी कुछ याजक लेवीवंशी मन्दिर के सेवक और सुलैमान के उन सेवकों के वंशज अलग—अलग नगरों में अपनी निजी धरती पर यहूदा में रहा करते थे,
ये राज्य के वे व्यक्ति हैं जो बन्धुवाई से लौट कर आये। बीते समय में बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर उन लोगों को बन्दी के रूप में बाबेल लाया था। ये लोग यरूशलेम और यहूदा को वापस आए। हर एक व्यक्ति यहूदा में अपने—अपने नगर को वापस गया।
इस प्रकार याजक, लेवीवंशी और कुछ अन्य लोग यरूशलेम और उसके चारों ओर के क्षेत्र में बस गये। इस समूह में मन्दिर के गायक, द्वारपाल और मन्दिर के सेवक सम्मिलित थे। इस्राएल के अन्य लोग अपने निजी निवास स्थानों में बस गये।
तथा यहूदा और बिन्यामीन परिवारों के दूसरे लोग यरूशलेम में ही रह रहे थे।) यहूदा के वे वंशज जो यरूशलेम में बस गये थे, वे ये हैं: उज्जियाह का पुत्र अतायाह (उज्जियाह जकर्याह का पुत्र था, जकर्याह अमर्याह का पुत्र था, और अमर्याह, शपत्याह का पुत्र था। शपत्याह महललेल का पुत्र था और महललेल पेरेस का वंशज था)
ये इस क्षेत्र के वे लोग हैं जो दासत्व से मुक्त होकर लौटे (बाबेल का राजा, नबूकदनेस्सर इन लोगों को बन्दी बनाकर ले गया था। ये लोग यरूशलेम और यहूदा को लौटे। हर व्यक्ति अपने—अपने नगर में चला गया।
ये लोग जरुब्बाबेल, येशू, नेहमायाह, अजर्याह, राम्याह, नहमानी, मोर्दकै, बिलशान, मिस्पेरेत, बिग्वै, नहूम और बाना के साथ लौटे थे।) इस्राएल के लोगों की सूची:
इस प्रकार याजक लेवी परिवार समूह के लोग, गायक और मन्दिर के सेवक अपने—अपने नगरों में बस गये और इस्राएल के दूसरे लोग भी अपने—अपने नगरों में रहने लगे और फिर साल के सातवें महीने तक इस्राएल के सभी लोग अपने—अपने नगरों में बस गये।