कूश और लूबी अति विशाल और शक्तिशाली सेना रखते थे। उनके पास अनेक रथ और सारथी थे। किन्तु आसा, तुम उस विशाल शक्तिशाली सेना को हराने में सहायता के लिये यहोवा पर आश्रित हुए और यहोवा ने तुम्हें उनको हराने दिया।
“‘फारस, लूद और पूत के लोग तुम्हारी सेना में थे। वे तुम्हारे युद्ध के सैनिक थे। उन्होंने अपनी ढालें और सिर के कवच तुम्हारी दीवारों पर लटकाये थे। उन्होंने तुम्हारे नगर के लिये सम्मान और यश कमाया।
इस्राएल के लोग सहारे के लिये मिस्र पर झुके और मिस्र ने केवल उनके हाथों और कन्धों को विदीर्ण किया। वे सहारे के लिये तुम पर झुके किन्तु तुमने उनकी पीठ को तोड़ा और मरोड़ दिया।’”