नबूकदनेस्सर बाबुल का राजा था। नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम पर आक्रमण किया और अपनी सेना के साथ उसने यरूशलेम को चारों ओर से घेर लिया। यह उन दिनों की बात है जब यहूदा के राजा यहोयाकीम के शासन का तीसरा वर्ष चल रहा था।
नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम से यहोवा के मन्दिर का सारा खजाना और राजमहल का सारा खजाना ले लिया। नबूकदनेस्सर ने उन सभी स्वर्ण—पात्रों को टुकड़ों में काट डाला जिन्हें इस्राएल के राजा सुलैमान ने यहोवा के मन्दिर में रखा था। यह वैसा ही हुआ जैसा यहोवा ने कहा था।
यह वह सन्देश है, जो यहूदा के सभी लोगों से सम्बन्धित, यिर्मयाह को मिला। यह सन्देश यहोयाकीम के यहूदा में राज्यकाल के चौथे वर्ष में आया। यहोयाकीम योशिय्याह का पुत्र था। राजा के रूप में उसके राज्यकाल का चौथा वर्ष वही था जो बाबुल में नबूकदनेस्सर का पहला वर्ष था।
किन्तु जब बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा देश पर आक्रमण किया तब हम लोग यरूशलेम को गए। हम लोगों ने आपस में कहा, ‘आओ हम यरूशलेम नगर में शरण लें जिससे हम कसदी और अरामी सेना से बच सकें।’ अत: हम लोग यरूशलेम में ठहर गए।”
यहोयाकीम योशिय्याह का पुत्र था। यहोयाकीम के यहूदा में राज्यकाल के चौथे वर्ष यिर्मयाह नबी ने नेरिय्याह के पुत्र बारुक से यह कहा। बारुक ने इन तथ्यों को पत्रक पर लिखा। यिर्मयाह ने बारुक से जो कहा, वह यह है:
बाबुल के राजा के विशेष रक्षकों का अधिनायक नबूजरदान यरूशलेम आया। नबूकदनेस्सर के राज्यकाल के उन्नीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के दसवें दिन यह हुआ। नबूजरदान बाबुल का महत्वपूर्ण अधिनायक था।
सो वह दानिय्येल को राजा के पास ले आये। राजा ने दानिय्येल से कहा, “क्या तेरा नाम दानिय्येल है मेरे पिता महाराज यहूदा से जिन लोगों को बन्दी बनाकर लाये थे, क्या तू उन्ही में से एक है