“वे (तुम्हारे) विशेष छुट्टियाँ यहोवा के सम्मान के लिए हैं। तुम्हें उन विशेष मनौतियों, स्वेच्छा भेंटों, होमबलियों मेलबलियों या अन्न और पेय भेंटे, जो तुम यहोवा को देना चाहते हो, उसके अतिरिक्त इन विशेष दिनों को मनाना चाहिए।”
“ध्यान दो, मेरे परमेश्वर यहोवा ने जो मुझे आदेश दिये उन्ही नियमों, विधियों की मैंने तुमको शिक्षा दी है। मैंने यहोवा के इन नियमों की शिक्षा इसलिए दी कि जिस देश में प्रवेश करने और जिसे अपना बनाने के लिए तैयार हो उसमें उनका पालन कर सको।