“प्रथम फल का पर्व या सप्ताहों के पर्व के समय तुम यहोवा के नये फसल की अन्नबलि दो। उस समय तुम्हें एक विशेष बैठक भी बुलानी चाहिए। तुम उस दिन कोई काम नहीं करोगे।
ये भेंटें नवचन्द्र बलि और उसकी अन्नबलि के अतिरिक्त होगी और ये नित्य की भेंटों, इसकी अन्नबलियों तथा पेय भेंटों के अतिरिक्त होगी। ये नियम के अनुसार की जानी चाहिए। इन्हें आग में जलाना चाहिए। इसकी सुगन्धि यहोवा को प्रसन्न करेगी।