इसलिए मूसा यहोवा के स्थान से सभी छड़ियों को लाया। मूसा ने इस्राएल के लोगों को छड़ियाँ दिखाईं। उन सभी ने छड़ियों को देखा और हर एक पुरुष ने अपनी छड़ी वापस ली।
तब यहोवा ने मूसा से कहा, “हारून की छड़ी को तम्बू में रख दो। यह उन लोगों के लिए चेतावनी होगी जो सदा मेरे विरुद्ध जाते हैं। यह उनकी मेरे विरुद्ध शिकायतों को रोकेगा। इस प्रकार वे नहीं मरेंगे।”
अगले दिन मूसा ने तम्बू में प्रवेश किया। उसने देखा कि हारून की वह छड़ी, जो लेवीवंश की थी, एक मात्र ऐसी थी जिससे नयी पत्तियाँ उगनी आरम्भ हुई थीं। उस छड़ी में कलियाँ, फूल और बादाम भी लग गए थे।