बाढ़ के बाद नूह साढ़े तीन सौ वर्ष जीवित रहा।
परमेश्वर येपेत को अधिक भूमि दे। परमेश्वर शेम के तम्बूओं में रहे और कनान उनका दास बने।”
नूह पूरे साढ़े नौ सौ वर्ष जीवित रहा, तब वह मरा।