नूह ने उन सभी बातों को माना जो यहोवा ने आज्ञा दी।
नूह ने यह सब कुछ किया। नूह ने परमेश्वर की सारी आज्ञाओं का पालन किया।
परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार सभी जानवर जहाज़ में चढ़े। उनके अन्दर जाने के बाद यहोवा ने दरवाज़ा बन्द कर दिया।
जब मैं तेरे आदेशों को विचारूँगा तो मुझे कभी भी लज्जित नहीं होना होगा।
इस प्रकार मिलापवाले तम्बू का सारा काम पूरा हो गया। इस्राएल के लोगों ने हर चीज़ ठीक वैसी ही बनाई जैसा यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था।
मूसा ने यहोवा की आज्ञा मानी। उसने वह सब किया जिसका यहोवा ने आदेश दिया था।
मूसा और हारून ने उन बातों का पालन किया जिन्हें यहोवा ने कहा था।
उत्तर में यीशु ने उससे कहा, “अभी तो इसे इसी प्रकार होने दो। हमें, जो परमेश्वर चाहता है उसे पूरा करने के लिए यही करना उचित है।” फिर उसने वैसा ही होने दिया।
किन्तु यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मेरी माँ और मेरे भाई तो ये हैं जो परमेश्वर का वचन सुनते हैं और उस पर चलते हैं।”
यदि तुम लोग इन बातों को जानते हो और उन पर चलते हो तो तुम सुखी होगे।
फिर उसकी माँ ने सेवकों से कहा, “वही करो जो तुमसे यह कहता है।”
तो उसने अपने आप को नवा लिया। और इतना आज्ञाकारी बन गया कि अपने प्राण तक निछावर कर दिये और वह भी क्रूस पर।
यद्यपि वह उसका पुत्र था फिर भी यातनाएँ झेलते हुए उसने आज्ञा का पालन करना सीखा।