याकूब ने पानी पिलाने की जगह पर शाखाओं को रेवड़े के सामने रख दिया। जब जानवर पानी पीने आए तो उस जगह पर वे गाभिन होने के लिए मिले।
इसलिए याकूब ने चिनार, बादाम और अर्मोन पेड़ों की हरी शाखाएँ काटीं। उसने उनकी छाल इस तरह उतारी कि शाखाएँ सफेद धारीदार बन गईं।
तब बकरियाँ जब शाखाओं के सामने गाभिन होने के लिए मिलीं तो जो बच्चे पैदा हुएं वे दागदार, धारीदार या काले हुए।
जब कभी रेवड़ में स्वस्थ जानवर गाभिन होने के लिए मिलते थे तब याकूब उनकी आँखों के सामने शाखाएँ रख देता था, उन शाखाओं के करीब ही ये जानवर गाभिन होने के लिए मिलते थे।