यह इसहाक की कथा है। इब्राहीम का एक पुत्र इसहाक था।
सारा ने पुत्र जना और इब्राहीम ने उसका नाम इसहाक रखा।
जब इसहाक चालीस वर्ष का था तब उसने रिबका से विवाह किया। रिबका पद्दनराम की रहने वाली थी। वह अरामी बतूएल की पुत्री थी और लाबान की बहन थी।
इब्राहीम के पुत्र इसहाक और इश्माएल थे।
कतूरा इब्राहीम की रखैल थी। उसने जिम्रान, योक्षान, मदान, मिद्दान, यिशबाक और शूह को जन्म दिया। योक्षान के पूत्र्र शबा और ददान थे।
इब्राहीम इसहाक का पिता था। इसहाक के पुत्र एसाव और इस्राएल थे।
इब्राहीम का पुत्र था इसहाक और इसहाक का पुत्र हुआ याकूब। फिर याकूब से यहूदा और उसके भाई उत्पन्न हुए।
यहूदाह जो याकूब का, याकूब जो इसहाक का, इसहाक जो इब्राहीम का, इब्राहीम जो तिरह का, तिरह जो नाहोर का,
“परमेश्वर ने इब्राहीम को ख़तने की मुद्रा से मुद्रित करके करार-प्रदान किया। और इस प्रकार वह इसहाक का पिता बना। उसके जन्म के बाद आठवें दिन उसने उसका ख़तना किया। फिर इसहाक से याकूबऔर याकूब से बारह कुलों के आदि पुरुष पैदा हुए।