नूह के पुत्रों से चलने वाले परिवारों की यह सूची है। वे अपने—अपने राष्ट्रो में बँटकर रहते थे। बाढ़ के बाद सारी पृथ्वी पर फैलने वाले लोग इन्हीं परिवारों से निकले।
भूमध्य सागर के चारों ओर तटों पर जो लोग रहने लगे वे येपेत के वंशज के ही थे। हर एक पुत्र का अपना अलग प्रदेश था। सभी परिवार बढ़े और अलग राष्ट्र बन गए। हर एक राष्ट्र की अपनी भाषा थी।
एक ही मनुष्य से उसने मनुष्य की सभी जातियों का निर्माण किया ताकि वे समूची धरती पर बस जायें और उसी ने लोगों का समय निश्चित कर दिया और उस स्थान की, जहाँ वे रहें सीमाएँ बाँध दीं।