परमेश्वर ने इन ज्योतियों को आकाश में इसलिए रखा कि वह दिन तथा रात पर राज करें। इन ज्योतियों ने उजियाले को अंधकार से अलग किया और परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा है।
अम्बर के एक छोर से सूर्य चल पड़ता है और उस पार पहुँचने को, वह सारी राह दौड़ता ही रहता है। ऐसी कोई वस्तु नहीं जो अपने को उसकी गर्मी से छुपा ले। यहोवा के उपदेश भी ऐसे ही होते है।
यहोवा यह कहता है: “यहोवा सूर्य को दिन में चमकाता है और यहोबा चाँद और तारों को रात में चमकाता है। यहोवा सागर को चंचल करता है जिससे उसकी लहरे तट से टकराती हैं। उसका नाम सर्वशक्तिमान यहोवा है।”