वह व्यक्ति उस पौधे के समान है जिसके पास पानी और सूर्य का प्रकाश बहुतायात से है। उसकी शाखाऐं बगीचे में हर तरफ फैलती हैं।
मैंने एक मूर्ख को देखा जो सोचता था कि वह सुरक्षित है। किन्तु वह एकाएक मर गया।
वह पत्थर के टीले के चारों ओर अपनी जड़े फैलाता है और चट्टान में उगने के लिये कोई स्थान ढूँढता है।
इसकी दाखलताएँ भूमध्य सागर तक फैल गई। इसकी जड़ परात नदी तक फैल गई।
यहोवा ने तुम्हें एक नाम दिया था। उन्होंने तुम्हें कहा, ‘हरा भरा जैतून वृक्ष कहा था जिसकी सुन्दरता देखने योग्य है।’ किन्तु एक प्रबल आँधी के गरज के साथ, यहोवा उस वृक्ष में आग लगा देगा और इसकी शाखायें जल जाएंगी।