अय्यूब के सात पुत्र और तीन पुत्रियाँ भी हो गयीं।
उसके सात पुत्र और तीन पुत्रियाँ थीं।
अय्यूब ने अपनी सबसे बड़ी पुत्री का नाम रखा यमीमा। दूसरी पुत्री का नाम रखा कसीआ। और तीसरी का नाम रखा केरेन्हप्पूक।
किन्तु परमेश्वर ने तभी उन दीन लोगों को उनकी याचना से बचा कर निकाल लिया। अब तो उनके घराने बड़े हैं, उतने बड़े जितनी भेड़ों के झुण्ड।
बच्चे यहोवा का उपहार है, वे माता के शरीर से मिलने वाले फल हैं।
जो बच्चे तूने खो दिये, उनके लिये तुझे बहुत दु:ख हुआ किन्तु वही बच्चे तुझसे कहेंगे। ‘यह जगह रहने को बहुत छोटी है! हमें तू कोई विस्तृत स्थान दे!’