जब बिगुल की ध्वनि होती है घोड़ा कहा करता है “अहा!” वह बहुत ही दूर से युद्ध को सूँघ लेता हैं। वह सेना के नायकों के घोष भरे आदेश और युद्ध के अन्य सभी शब्द सुन लेता है।
“मनुष्य के पुत्र, सोर ने यरूशलेम के विरुद्ध बुरी बातें कहीं: आहा! लोगों की रक्षा करने वाला नगर—द्वार नष्ट हो गया है! नगर —द्वार मेरे लिये खुला है। नगर (यरूशलेम) नष्ट हो गया है, अत: मैं इससे बहुत सी बहुमूल्य चीज़ें ले सकता हूँ!”
यहोवा कहता है, “मैं गङेरियों (प्रमुखों) पर बहुत क्रोधित हूँ। मैंने उन प्रमुखों को अपनी भेङो (लोगों) की दखभाल का उत्तरदायित्व सौंपा था।” (यहुदा के लोग परमेश्वर की रेवङ है और सर्वशक्तिमान यहुवा, सचमुच, अपने रेवङ की दखभाल करता है। वह उनकी ऐसा दखभाल करता है, जैसा कोई सैनिक अपने घोङे की रखता है।)