दक्षिण से तूफान आते हैं, और उत्तर से सर्दी आया करती है।
फिर यहोवा ने तूफान में से अय्यूब को उत्तर दिया। परमेश्वर ने कहा:
“परमेश्वर ने सप्तर्षी, मृगशिरा और कचपचिया तारों को बनाया है। उसने उन ग्रहों को बनाया जो दक्षिण का आकाश पार करते हैं।
हे परमेश्वर, तूने उनके ऊपर अपना घर बनाया, गहरे बादलों को तू अपना रथ बनाता है, और पवन के पंखों पर चढ़ कर आकाश पार करता है।
परमेश्वर हिम शिलाएँ गगन से गिराता है। कोई व्यक्ति उस शीत को सह नहीं पाता है।
उत्तर का पवन जैसे वर्षा लाता है वैसे ही धूर्त—वाणी क्रोध उपजाती है।
सागर के मरुप्रदेश के बारे में दु:खद सन्देश। मरुप्रदेश से कुछ आने वाला है। यह नेगव से आती हवा जैसा आ रही है। यह किसी भयानक देश से आ रही है।
यहोवा उसके सामने प्रकट होगा और वह अपने बाण बिजली की तरह चलायेगा। यहोवा, मेरे स्वामी तरही बजाएगा और सेना मरूभूमि के तूफान के समान आगे बढ़ेगी।