“यदि तुम लोग विवेकी हो तो तुम उसे सुनोगे जिसे मैं कहता हूँ।
किन्तु तुम्हारे जितनी मेरी बुद्धि भी उत्तम है, मैं तुम से कुछ घट कर नहीं हूँ। ऐसी बातों को जैसी तुम कहते हो, हर कोई जानता है।
तो धरती के सभी व्यक्ति मर जाते, फिर सभी लोग मिट्टी बन जाते।
कोई ऐसा व्यक्ति जो न्याय से घृणा रखता है शासक नहीं बन सकता। अय्यूब, तू क्या सोचता है, क्या तू उस उत्तम और सुदृढ़ परमेश्वर को दोषी ठहरा सकता है