अय्यूब, तू मुझ से मत डर। मैं तेरे साथ कठोर नहीं होऊँगा।
मुझे दण्ड देना और डराना छोड़ दे, अपने आतंको से मुझे छोड़ दे।
“किन्तु अय्यूब, मैंने सुना है कि तू यह कहा करता हैं,
परमेश्वर, मुझ जैसा मनुष्य नहीं है। इसलिए उसको मैं उत्तर नहीं दे सकता। हम दोनों न्यायालय में एक दूसरे से मिल नहीं सकते।
काश! कोई जो परमेश्वर से उस की दण्ड की छड़ी को ले। तब परमेश्वर मुझे और अधिक भयभीत नहीं करेगा।
हे परमेश्वर, तूने मेरा जीवन दिन रात कठिन से कठिनतर बना दिया। मैं उस धरती सा सूख गया हूँ जो ग्रीष्म ताप से सूख गई है।
हे यहोवा, तू मुझ पर क्रोधित है और तेरा दण्ड मुझको मार रहा है।