स्वर्ग से कोई नहीं आया और वहाँ के रहस्य ला सका पवन को मुट्ठी में कोई नहीं बाँध सका। कोई नहीं बाँध सका पानी को कपड़े में और कोई नहीं जान सका धरती का छोर। और यदि कोई इन बातों को कर सका है, तो मुझसे कहो, उसका नाम और उसके पुत्र का नाम मुझको बता, यदि तू उसको जानता हो।
अंगूर के बगीचे को मैं खाली खेत में बदल दूँगा। कोई भी पौधे की रखवाली नहीं करेगा। उस खेत में कोई भी व्यक्ति काम नहीं करेगा। वहाँ केवल काँटे और खरपतवार उगा करेंगे। मैं बादलों को आदेश दूँगा कि वे वहाँ न बरसें।”
परमेश्वर कड़कती बिजली बनाता है और वह आकाश से बड़े जल की बाढ़ को गिराता है। वह पृथ्वी के हर एक स्थान पर, आकाश में मेघों को उठाता है। वह बिजली को वर्षा के साथ भेजता है। वह अपने गोदामों से पवन को निकालता है।