“अय्यूब, तू उस ही पुरानी राह पर जिन पर दुष्ट लोग चला करते हैं, चल रहा है।
यहोवा ने देखा कि पृथ्वी पर मनुष्य बहुत अधिक पापी हैं। यहोवा ने देखा कि मनुष्य लगातार बुरी बातें ही सोचता है।
मेरी यह इच्छा है कि अय्यूब को परखने को और भी अधिक कष्ट दिये जाये। क्यों? क्योंकि अय्यूब हमें ऐसा उत्तर देता है, जैसा कोई दुष्ट जन उत्तर देता हो।
अय्यूब बुरे लोगों का साथी है और अय्यूब को बुरे लोगों की संगत भाती है।