“किन्तु तूने कभी बटोहियों से नहीं पूछा और उनकी कहानियों को नहीं माना।
मेरे लिये तू यह कहा करता है कि ‘अब कहाँ है उस महाव्यक्ति का घर? कहाँ है वह घर जिसमें वह दुष्ट रहता था?’
कि उस दिन जब परमेश्वर कुपित हो कर दण्ड देता है दुष्ट जन सदा बच जाता है।
ऐसे उन दुष्टों के पास से जो लोग गुजरते हैं। वे नहीं कहेंगे, “यहोवा तेरा भला करे।” लोग उनका स्वागत नहीं करेंगे और हम भी नहीं कहेंगे, “तुम्हें यहोवा के नाम पर आशीष देते हैं।”