दाऊद ने उन सोने की ढालों को लिया जो हददेजेर के सैनिकों की थीं। दाऊद ने इन ढालों को लिया और उनको यरूशलेम लाया।
तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सेना की टुकड़ियाँ रखीं। अरामी दाऊद के सेवक बन गए और राजस्व लाए। यहोवा ने दाऊद को, जहाँ कहीं वह गया विजय दी।
दाऊद ने तांबे की बनी बहुत सी चीजें बेतह और बरौते से भी लीं। (बेतह और बरौते दोनों नगर हददेजेर के थे।)
और याजक ने सेनापतियों को भाले और ढाले दीं। ये वे भाले और ढालें थीं जिन्हें दाऊद ने यहोवा के मन्दिर में रखा था।
दाऊद ने हदरेजेर के सेनापतियों से सोने की ढालें लीं और उन्हें यरूशलेम ले आया।