ऊरिय्याह ने दाऊद से कहा, “पवित्र सन्दूक तथा इस्राएल और यहूदा के सैनिक डेरों में ठहरे हैं। मेरे स्वामी योआब और मेरे स्वामी (दाऊद) के सेवक बाहर मैदानों में खेमा डाले पड़े हैं। इसलिये यह अच्छा नहीं कि मैं घर जाऊँ, खाऊँ, पीऊँ, और अपनी पत्नी के साथ सोऊँ।”
किन्तु बहुत से लोग उन कामों को ठीक नहीं समझते थे जिन्हें अदोनिय्याह कर रहा था। वे नहीं समझते थे कि वह राजा होने के योग्य हो गया है। ये लोग याजक सादोक, यहोयादा का पुत्र बनायाह, नातान नबी, शिमी, रेई और राजा दाऊद के विशेष रक्षक थे। इसलिये ये लोग अदोनिय्याह के साथ नहीं हुए।
हीराम सोर नगर का राजा था। हीराम ने दाऊद को सन्देश वाहक भेजा। हीराम ने देवदारु के लट्ठे, संगतराश और बढ़ई भी दाऊद के पास भेजे। हीराम ने उन्हें दाऊद के लिये एक महल बनाने के लिये भेजा।
दाऊद परमेश्वर के साक्षीपत्र के सन्दूक को किर्यत्यारीम से यरूशलेम तक लाया था। दाऊद ने यरूशलेम में इसको रखने के लिये एक स्थान बनाया था। दाऊद ने यरूशलेम में साक्षीपत्र के सन्दूक के लिए एक तम्बू लगा दिया था।
राजा हिजकिय्याह ने लेवीवंशियों को यहोवा के मन्दिर में मंजीरों, तम्बूरों और वीणा के साथ रखा जैसा दाऊद, राजा का दृष्टा गाद और नातान नबी ने आदेश दिया था। यह आदेश नबियों द्वारा यहोवा के यहाँ से आया था।
आरम्भ से लेकर अन्त तक सुलैमान ने और जो कुछ किया वह नातान नबी के लेखों, शीलो के अहिय्याह की भविष्यवाणियों और इद्दो के दर्शनों में है। इद्दो ने यारोबाम के बारे में लिखा। यारोबाम नबात का पुत्र था।
तब मूसा सन्दूक को पवित्र तम्बू के भीतर लाया। और उसने पर्दे को ठीक स्थान पर लटकाया। उसने पवित्र तम्बू में साक्षीपत्र के सन्दूक को ढक दिया। मूसा ने ये चीज़ें यहोवा के आदेश के अनुसार कीं।