उसका तेज इतना प्रखर था, मानो बिजली की मचक वहीं से आई हो।
यहोवा गगन से गरज! परमेश्वर, अति उच्च, बोला।
उसकी नाक से धुआँ निकला, उसके मुख से जलती चिन्गारियाँ छिटकी, उससे दहकते अंगारे निकल पड़े।
इस्राएल के लोग यहोवा की दिव्यज्योति को देख सकते थे। वह पर्वत की चोटी पर दीप्त प्रकाश की तरह थी।