योआब उस स्त्री के पास बात करने गया। उस स्त्री ने पूछा, “क्या तुम योआब हो?” योआब ने उत्तर दिया, “हाँ, मैं हूँ।” तब उस स्त्री ने योआब से कहा, “मैं जो कहूँ सुनो।” योआब ने कहा, “मैं सुन रहा हूँ।”
उस स्त्री ने कहा, “मेरे स्वामी, राजा कृपया मुझे आपसे कुछ कहने का अवसर दें।” राजा ने कहा, “कहो।”
एक बुद्धिमती स्त्री नगर की ओर से चिल्लाई। उसने कहा, “मेरी सुनो! योआब को यहाँ बुलाओ। मैं उससे बात करना चाहती हूँ।”
तब उस स्त्री ने कहा, “अतीत में लोग कहते थे, ‘आबेल में सलाह माँगो तब समस्या सुलझ जाएगी।’
अबीगैल दाऊद के चरणों पर पड़ गई। उसने कहा, “मान्यवर, कृपा कर मुझे कुछ कहने दें। जो मैं कहूँ उसे सुनें। जो कुछ हुआ उसके लिये मुझे दोष दें।