अहीतोपेल ने अबशालोम से यह भी कहा, “मुझे अब बारह हजार सैनिक चुनने दो। तब मैं आज की रात दाऊद का पीछा करूँगा
उस समय अहीतोपेल की सलाह दाऊद और अबशालोम दोनों के लिये बहुत महत्वपूर्ण थी। यह उतनी ही महत्वपूर्ण थी जितनी मनुष्य के लिये परमेश्वर की बात।
मैं उसे तब पकडूँगा जब वह थका कमजोर होगा। मैं उसे भयभीत करूँगा। और उसके सभी व्यक्ति उसे छोड़ भागेंगे। किन्तु मैं केवल राजा दाऊद को मारूँगा।
मैं बिस्तर में जाता हूँ और शांति से सोता हूँ। क्योंकि यहोवा, तू ही मुझको सुरक्षित सोने को लिटाता है।
क्योंकि उनके पैर पाप करने को शीघ्र बढ़ते, वे लहू बहाने को अति गतिशील हैं।
वे बुरे काम किये बिना सो नहीं पाते। वे नींद खो बैठते हैं जब तक किसी को नहीं गिराते।