जब लोगों ने दाऊद से कहा, तो उसने अपने अधिकारियों से मिलने के लिये दूतों को भेजा। उसने यह इसलिये किया क्योंकि ये लोग बहुत लज्जित थे। राजा दाऊद ने कहा, “जब तक तुम्हारी दाढ़ियाँ फिर से न बढ़ें तब तक यरीहो में ठहरो। तब यरूशलेम लौट आओ।”
राजा का घराना और दिबोन के निवासी अपना दु:ख रोने को ऊँचे पर पूजास्थलों में चले गये। मोआब के निवासी नबो और मेदबा के लिये रोते हैं। उन सभी लोगों ने अपनी दाढ़ी और सिर अपना शोक दर्शाने के लिये मुड़ाये थे।
अश्शूर का राजा मिस्र और कूश को हरायेगा। अश्शूर वहाँ के बंदियों को लेकर, उनके देशों से दूर ले जायेगा। बूढ़े व्यक्ति और जवान लोग बिना कपड़ों और नंगे पैरों ले जाये जायेंगे। वे पूरी तरह से नंगे होंगे। मिस्र के लोग लज्जित होंगे।